युवा सेवा संघ

युवाओं का सच्चा मित्र

‘युवा सेवा संघ’ के बारे मे –

'युवा सेवा संघ' क्या है ?

आज के युवाओं के लिए युवा सेवा संघ वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा दूरदर्शिता से परिपूर्ण भारतीय संस्कृति को समझने तथा उसके अनुसार जीवन को उन्नत बनाने की कला सीखने का माध्यम है

 

युवा सेवा संघ' का उद्देश्य क्या है ?

जीवन की कठिनाइयों का धैर्य एवं निडरता से सामना करने की क्षमता का विकास। युवावर्ग के लिए हितकारी पूज्य बापू जी के सत्संग प्रवचनों तथा अन्य महापुरुषों के उपदेशों का संकलन प्रदान करना।

'युवा सेवा संघ' की विशेषताएँ क्या है ?

जीवन की कठिनाइयों का धैर्य एवं निडरता से सामना करने की क्षमता का विकास। युवावर्ग के लिए हितकारी पूज्य बापू जी के सत्संग प्रवचनों तथा अन्य महापुरुषों के उपदेशों का संकलन प्रदान करना।

हमारे सेवा कार्य

पर्यावरण सुरक्षा अभियान

पूज्य बापूजी ने सत्संग में पीपल व तुलसी की खूब महिमा बताई है, साथ ही नीलगिरी (सफेदा) के पेड़ के नुक्सान भी बताये है | इस सेवा के माध्यम से युवा सेवा के कार्यकर्ता, पूज्यश्री का यह मौलिक सन्देश समाज में पहुंचाकर , उसे लाभदायक वृक्षों के प्रति जागरूक करते हैं |

व्यसन मुक्ति अभियान

इस अभियान के द्वारा समाज को व्यसनों से सावधान किया जाता है | युवा सेवा संग पूज्य बापूजी के पावन प्रेरणा से यह संकल्प करते हैं कि ‘आज से हम सभी प्रकार के व्यसनों से स्वयं भी बचेंगे व औरों को भी व्यसनों के दुष्परिणामों से अवगत करायेंगे।  |

मातृ-पितृ पूजन दिवस

बाल एवं युवा वर्ग के विशेष उत्थान को ध्यान में रखकर पूज्य बापू जी ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन पर्व मनाने की नींव डाली है। इस मंगल पर्व का लाभ सम्पूर्ण समाज को मिल सके, इस हेतु युवा संघ के सदस्य इसका खूब प्रचार-प्रसार करते हैं । 

तेजस्वी युवा अभियान

‘तेजस्वी युवा अभियान’ – इस अभियान के माध्यम से युवाओं को तेजस्वी बनाने के साथ-साथ हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के रहस्यों से अवगत कराया जाता है , जिसमे योग, प्राणायाम, स्मृति-शक्ति प्रयोग, स्वस्थ जीवन की कुंजियाँ भी सम्मिलित है.

तेजस्वी युवा शिविर

पूज्य बापू जी के पावन सान्निध्य में समय-समय पर आयोजित होने वाले ‘युवा उत्थान शिविर’ व ‘विद्यार्थी तेजस्वी तालीम शिविर’ आदि शिविरों का अधिक से अधिक युवा विद्यार्थी लाभ लेते हैं |

जीवन विकास अभियान

‘जीवन विकास अभियान’ के माध्यम से युवा संघ के सदस्य अपनी शैक्षणिक व व्यावहारिक योग्यता का बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय उपयोग करते है। जैसेः यदि कोई सदस्य डॉक्टर है तो उसके सहयोग से क्षेत्रीय युवा संघ गरीब, पिछड़े इलाकों में, आदिवासी क्षेत्रों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगायें। 

आपातकालीन सेवा (बाड़/भूकंप)

युवा सेवा संघ के सवादारी, कोई भी प्राकृतिक आपदा (बाढ़ , सूखा , भूकंप आदि) में समाज की सेवा में तत्पर रहते हैं | कपड़े , भोजन सामग्री, औषधि आदि का प्रबंध कर जरुरतमंदों में वितरण करते हैं |

देश भक्ति यात्रा

अगस्त को देश भर में युवा सेवा संघ के सेवादार देश भक्ति यात्रा निकलते हैं | जिसमे देश भक्ति गानों के साथ bike rally, संकीर्तन यात्रा, आदि कर समाज में देश प्रेम की लहर लगायी जाती है |

कैदी उत्थान अभियान

पूज्य बापूजी की प्रेरणा से युवा सेवा संघ के युवा समय समय पर जेलों में जा कर कैदी उत्थान अभियान करते हैं | जिसमे कैदियों को सत्संग और जीवन जेने की कला का लाभ मिलता है और उनका

समाज के लिए क्रांति करने के लिए तैयार?

देश विदेश के अधिकतम युवाओं को पूज्य बापू जी के दिव्य आध्यात्मिक मार्गदर्शन का लाभ दिलाने हेतु तथा आत्मोन्नति के साथ-साथ समाजसेवा का दोहरा लाभ दिलाने हेतु ‘युवा सेवा संघ’ सतत कार्यशील है। आज के युवाओं के लिए “युवा सेवा संघ” वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा दूरदर्शिता से परिपूर्ण भारतीय संस्कृति को समझने तथा उसके अनुसार जीवन को उन्नत बनाने का माध्यम् है |

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पुरे अंत: करण से, हृदयपूर्वक गुरु की सेवा करो|

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Thought for the Day

जो सेवा को टालते हैं वे सेवा का महत्त्व नहीं जानते । सेवा तो हृदय को उभारने ( ऊँचा उठाने या विकसित करने ) के लिए है, सेवा बोझा नहीं है । - पूज्य संत...

महापुरूष कहते हैं …

“तन तन्दुरूस्त, मन प्रसन्न, बुद्धि बुद्धिदाता के प्रकाश में पावन कर दो। मरने के बाद की किसने देखी। जाग्रत में भी उस परमात्मा की शरण जाओ। इसी में तुम्हारा मंगल है।”

ब्रह्मनिष्ठ संत श्री लीलाशाहजी महाराज

“हे युवाओ ! अब समय नहीं है और सोने का। हमको अपनी जड़ता से जागना ही होगा, आलस्य त्यागना ही होगा और कर्म में जुट जाना होगा।”

 

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस

भगवान बुद्ध का, नानक जी का इतना कुप्रचार हुआ कि उन्हें जेल भेजा गया। कुप्रचार वाले अभागे अपनी परंपरा बरकरार रख रहे हैं, जो सुप्रचार में लगे हुए सत्संगी अपना सुप्रचार व ईश्वरप्राप्त क्यों छोड़ेंगे ? 

परम पूज्य संत श्री आसारामजी बापू

”प्यारे भारतवासियो ! अपने प्यारे बच्चों की शिक्षा ‘डी-ओ-जी-डॉग अर्थात् कुत्ता’ से आरम्भ न करके ‘जी-ओ-डी गॉड अर्थात् ईश्वर’ ज्ञानियों के उपदेश ‘ॐ’ से आरम्भ करो।”

स्वामी रामतीर्थ

युवाओं के अनुभव

‘यौवन सुरक्षा’ पुस्तक को पढ़ने के बाद ऐसा लगता है कि वीर्यरक्षण करना सरल है | इस पुस्तक में मैने ‘अनुभव-अमृत’ नामक पाठ पढ़ा | उसके बाद ऐसा लगा कि संत दर्शन करने से वीर्यरक्षण की प्रेरणा मिलती है | यह बात नितांत सत्य है | 

राठौड निलेश दिनेशभाई

मैं एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ | ‘दिव्य प्रेरणा प्रकाश’ पुस्तक पढने से मुझे बहुत लाभ हुआ है , इससे मेरी शारीरिक , मानसिक , बौद्धिक और अध्यात्मिक लाभ हुआ है |

अभिषेक श्रीवास्तव

मुंबई में  पहले मैं नौकरी करता था, होटल में, जिसमे महीने का 500 रूपये  पगार देते थे | बापूजी की युवा धन सुरक्षा किताब मिली, किताब पढ़ी , थोड़े ही समय में  मेरी income अच्छी हो गई  | 

सोहन सिंह, राजस्थान