जीवन विकास अभियान:
इस अभियान के माध्यम से युवा संघ के सदस्य अपनी शैक्षणिक व व्यावहारिक योग्यता का बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय उपयोग करते हैं । जैसेः
* यदि कोई सदस्य डॉक्टर है तो उसके सहयोग से क्षेत्रीय युवा संघ गरीब, पिछड़े इलाकों में, आदिवासी क्षेत्रों में 'निःशुल्क चिकित्सा शिविर' लगाते हैं। कोई क्षेत्र अधिक पिछड़ा हो तो वहाँ के लोगों को इकट्ठा करके उन्हें सफाई का महत्त्व, स्वास्थ्य के घरेलू उपाय, भगवन्नाम-महिमा आदि बताकर उनकी जीवनशैली सुधारने हेतु प्रेरित करते हैं। साथ ही टीवी/प्रोजेक्टर के माध्यम से उन्हें पूज्यश्री के सत्संग का लाभ भी दिलाते हैं।
* यदि कोई सदस्य शिक्षक है तो वह अपने घर पर तथा स्कूल में 'बाल संस्कार केन्द्र' चलाता है। साथ ही अपने सम्पर्क में आनेवाले युवकों को बाल संस्कार केन्द्र चलाने हेतु प्रेरित करता है।
* यदि कोई सदस्य आश्रम से प्रकाशित 'ऋषि प्रसाद' या 'लोक कल्याण सेतु' मासिक पत्रिका का सेवाधारी हो तो वह संबंधित साधकों से पत्रिका के पुराने अंक एकत्रित करके युवा संघ के माध्यम से उत्साही व जिज्ञासु जनसाधारण में निःशुल्क वितरण करता है। 'ऋषि प्रसाद' व 'लोक कल्याण सेतु' पत्रिकाओं से समाज का हरेक वर्ग विशेष रूप से लाभान्वित हो रहा है।
इस प्रकार युवा सेवा संघ के सदस्य सामूहिक रूप से तो सेवाकार्य करते ही हैं, साथ ही घर बैठे भी अपने योग्य सेवा ढ़ूँढ़ ही लेते हैं।